रिपोर्ट्स के मुताबिक, केंद्र संसद के मानसून सत्र को आकार देने के लिए आपदा प्रबंधन कानून और वित्त विधेयक में संशोधन सहित छह नए कानून पेश करेगा।
सरकार भारतीय वायुयान विधायक 2024 का भी अनावरण करेगी, जो मौजूदा विमान अधिनियम 1934 की जगह लेगा और नागरिक उड्डयन में व्यापार करना आसान बना देगा। इन उपायों का उद्देश्य नागरिक उड्डयन, बॉयलर, कॉफी और रबर उद्योग जैसे विभिन्न क्षेत्रों को आधुनिक बनाना है। मानसून सत्र 22 जुलाई से 12 अगस्त तक निर्धारित है।
प्रमुख विधेयक
- आपदा प्रबंधन कानून में संशोधन: सरकार मौजूदा आपदा प्रबंधन कानून में संशोधन के लिए विधेयक पेश करेगी। यह कदम आपदा तैयारियों और प्रतिक्रिया तंत्र को बढ़ाने का प्रयास करता है।
- Bhartiya Vayuyan Vidheyak, 2024: नागरिक उड्डयन क्षेत्र में व्यापार करने में आसानी की सुविधा के लिए, सरकार ने पुराने विमान अधिनियम 1934 को भारतीय वायुयान विधिक, 2024 से बदलने की योजना बनाई है।
- अन्य विधेयक: वित्त विधेयक और भारतीय वायुयान विधायक के साथ-साथ कई अन्य विधेयक भी एजेंडे में हैं। इनमें बॉयलर बिल, कॉफी (संवर्धन और विकास) विधेयक और रबर (संवर्धन और विकास) विधेयक शामिल हैं।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मंगलवार, 23 जुलाई को केंद्रीय बजट पेश करने वाली हैं।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने इसका गठन किया है व्यवसाय सलाहकार समिति (बीएसी), जो संसदीय एजेंडा निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। समिति में विभिन्न राजनीतिक दलों के सदस्य शामिल हैं, जैसे सुदीप बंद्योपाध्याय (टीएमसी), पीपी चौधरी (भाजपा), लावु श्री कृष्ण देवरायलू (टीडीपी), निशिकांत दुबे (भाजपा), गौरव गोगोई (कांग्रेस), संजय जयसवाल (भाजपा), दिलेश्वर कामैत (जेडी-यू), भर्तृहरि महताब (बीजेपी), दयानिधि मारन (डीएमके), बैजयंत पांडा (बीजेपी), अरविंद सावंत (शिवसेना-यूबीटी), कोडिकुन्निल सुरेश (कांग्रेस), अनुराग ठाकुर (बीजेपी), और लालजी वर्मा ( एसपी).
सम्बंधित ख़बरें
आप शायद इसमें रुचि रखते हों – कांग्रेस का कहना है कि संसद को आरक्षण को 50% की सीमा पार करने के लिए कानून पारित करना चाहिए