22 जुलाई को आर्थिक सर्वेक्षण में कहा गया कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) ने देश की लॉजिस्टिक्स लागत को कम करने में उल्लेखनीय भूमिका निभाई है। फ़ाइल | फोटो साभार: द हिंदू
22 जुलाई को आर्थिक सर्वेक्षण में कहा गया कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) ने देश की लॉजिस्टिक्स लागत को कम करने में उल्लेखनीय भूमिका निभाई है।
‘एक राष्ट्र, एक कर’ व्यवस्था ने यह सुनिश्चित किया है कि ट्रकों को राज्य की सीमाओं पर घंटों इंतजार नहीं करना पड़ता है, जिससे यात्रा का समय 30% तक कम हो गया है।
संसद में पेश आर्थिक सर्वेक्षण 2023-24 में कहा गया है, “इससे लॉजिस्टिक्स लागत कम हो गई है और जीएसटी से पहले ट्रकों की औसत दूरी 225 किमी से बढ़कर 300-325 किमी हो गई है।”
इसमें कहा गया है कि यह एक बड़ा मूल्य है, जिससे व्यापार करने में आसानी और देश में विनिर्माण की वृद्धि में वृद्धि हुई है।
नेशनल काउंसिल ऑफ एप्लाइड इकोनॉमिक रिसर्च (एनसीएईआर) के पिछले साल दिसंबर के अध्ययन से पता चला है कि वित्त वर्ष 2014 और वित्त वर्ष 22 के बीच अर्थव्यवस्था में लॉजिस्टिक्स लागत में जीडीपी के 0.8 से 0.9 प्रतिशत अंक की गिरावट आई है।
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